Architecture of PLC in Hindi -: PLC का Architecture काफ़ी हद तक पर्सनल कंप्यूटर के समान ही होता है। कंप्यूटर के समान plc में इनपुट / आउटपुट module के रूप में इनपुट डिवाइस जैसे Switch, sensor, आदि का उपयोग किया जाता है।

Architecture of PLC in Hindi

Architecture of PLC in Hindi

यह Analog signal को डिजिटल  signal में परिवर्तित  करता है इसी प्रकार आउटपुट module के रूप में विभिन्न आउटपुट डिवाइस जैसे रिले तथा indicating लैंप आदि का उपयोग किया जाता है। यह डिजिटल signal को analog में परिवर्तित  करती है। PLC के Architecture को चित्र में प्रदर्शित किया गया है।

Architecture of PLC image

PLC के Architecture में मुख्य भाग निम्न प्रकार है।

  • CPU
  • Input Module
  • Output Module
  • Power Supply
  • Memory
  • Programming device

Central Processing unit :-

CPU पीएलसी का मुख्य भाग है जो की plc के द्वारा perform किये जाने वाले operation तथा Function को कण्ट्रोल करता है। सभी प्रकार के Mathematical तथा Logical operations, CPU में ही परफॉर्म किये जाते है। CPU को PLC का मस्तिष्क कहा जाता है जो कि प्रोग्राम मेमोरी के अनुसार प्रोग्राम को एग्जीक्यूट करता है।

PLC Memory :-

 PLC की अपनी मेमोरी क्षमता (Memory Capacity ) होती है। जिसके द्वारा विभिन्न इंस्ट्रक्शन तथा डाटा को स्टोर किया जाता सकता है। PLC की मेमोरी दो प्रकार की होती है।

  • RAM
  • ROM 

 Input / Output Modules :-

 Input तथा Output Modules का उपयोग इनपुट आउटपुट डिवाइस को interface करने के लिए किया जाता है। इनपुट डिवाइस द्वारा एनालॉग सिगनल को डिजिटल सिग्नल में परिवर्तित किया जाता है। Input devices में Sensor व switches  का उपयोग किया जाता है। आउटपुट माड्यूल द्वारा आउटपुट डिवाइस को पीएलसी के साथ इंटरफ़ेस किया जाता है यह डिजिटल सिग्नल को एनालॉग सिग्नल में परिवर्तित करता है आउटपुट डिवाइस के अंतर्गत Lamp, Relay आदि आते हैं। 

Buses :-

 कंप्यूटर के समान पीएलसी में भी विभिन्न प्रकार के Buses उपयोग में लाई जाती है। Buses कंडक्टर का वह समूह है जिनका उपयोग पीएलसी कम्युनिकेशन में किया जाता है। PLC में मुख्यतः तीन प्रकार की Buses प्रयोग में लाई जाती है। 

  • Data Bus
  • Address Bus
  • Control Bus

Data bus का उपयोग डाटा ट्रांसफर के लिए किया जाता है यह 8 bit का Bidirectional bus है।

Address bus द्वारा Address को ट्रांसमिट किया जाता है।  या 16 bit का Unidirectional bus है।

Control bus विभिन्न ऑपरेशन को कंट्रोल करने हेतु Different सिग्नल भेजने का कार्य करता है। 

Programming Device :-

PLC को Programming device की सहायता  से Program किया जाता है। 

 पीएलसी में प्रोग्राम ट्रांसफर करने हेतु प्रोग्रामिंग डिवाइस का यूज किया जाता है सामान्यतः पीएलसी की प्रोग्रामिंग के लिए पर्सनल कंप्यूटर अथवा हैंडहेल्ड डिवाइस का उपयोग किया जाता है।

Basic operations and Principal of PLC

PLC का operation बहुत सरल होता है। Program को User द्वारा बनाया जाता है और प्रोसेसर (CPU) उस प्रोग्राम के आधार पर Output देता है। चित्र –

Basic Operations and Principal of PLC image

PLC को काम करने के लिए Program की जरूरत होती है।

Principal – PLC की वर्किंग और Principal काफ़ी ज्यादा आसान होता है। सभी पीएलसी कंपनी के अपने अलग-अलग सॉफ्टवेयर होते हैं सबसे पहले हम अपने कंप्यूटर में पीएलसी सॉफ्टवेयर को इंस्टॉल करते हैं इसके बाद हमें मशीन को किस तरह से ऑपरेट करना है उसके अनुसार हम इस software में सर्किट को डिजाइन करते हैं।

 ऐसा करने के बाद में पीएलसी इस सर्किट के अनुसार काम करता है और मशीन ऑटोमेटिक काम करने लगता है स्विच को दबाकर पीएलसी को सूचना देते हैं यह सूचना इनपुट माड्यूल की मदद से देते हैं स्विच दबाने से पीएलसी को पता चल जाता है कि अगला काम पीएलसी प्रोग्राम का होता है।  

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