types of insulators in transmission lines
यह मुख्यतयः तीन प्रकार के मटेरियल वाले बनाये जाते है।
1. Porcelain ( पोर्सिलेन )
2. Glass { Moulded hard glass }
3. Statile
1. Porcelain ( पोर्सिलेन )
पोर्सिलेन एक सिरेमिक मटेरियल है जो निम्नलिखित पदार्थों को मिलकर उन्हें ( 1200-1400 ℃ )तक गर्म करके बनाया जाता है। इनमे निम्नलिखित तीन प्रकार के मटेरियल प्रयोग किया जाता है –
(i) Kaolin clay ( चीनी मिट्टी )
OR
China Clay या China Stone
OR
Porcelain Clay
(ii) Feldspar (NaAlSi₃O₈) – 25%
(iii) Quartz ( Sio₂) – 25%
चीनी मिट्टी तथा feldspar और Quartz को एक निश्चित अनुपात में मिलाने के बाद इंसुलेटर की Manufacturing करते समय मुख्य तीन Step अपनाई जाती है –
Step-1 Clay
Step-2 firing
Step-3 Glazing
स्टेप-1 ( Clay )
तीनों Material को मिक्स करके insulator के साँचे में डाला जाता है इसके बाद उनको धूप में अच्छे से सुखाया जाता है।
स्टेप-2 ( firing )
धूप में सुखने के बाद इन्हें ( 1200-1400 ℃ )तप पर तपाया जाता है { 60KV /Cm (dielectric Strength) }
स्टेप-3 (Glazing)
firing के बाद इन्हें अच्छे तरीके से साफ़ करके इनके Body पर 0.2 mm से 0.3 mm का चमकीला glaz किया जाता है।
2. Glass {Moulded hand glass}
आजकल वर्तमान समय में ( glass insulator ) का प्रयोग अधिक प्रचलित है इसका महत्वपूर्ण कारण यह है कि पोर्सिलिन की अपेक्षा glass अधिक हल्का तथा पारदर्शी होता है पारदर्शी होने के कारण इसमें बारीक छिद्र भी आसानी से देखा जा सकता है। इसमें glass ढलवाँ कठोर काँच के रूप में प्रयोग किया जाता है जिसका Dielectric Strength 140KV / Cm होता है।
3. Statile
Statile Magnesium Slicate का बना होता है यह प्रकृतिक रूप में Magnesium Oxide और Silica से प्राप्त है।
Mechanical strength बहुत High होता है। इसका Use short angle पर किया जाता है।
Types of Insulator —
INSULATOR मुख्यतः तीन प्रकार के होते है –
(1) String Insulator – ( Overhead line )
(2) Solid Post Insulator – ( Tub Basbar में )
(3) Hollow Porcelain Insulator – ( CT,PT ट्रांसफार्मर , बुशिंग में )
TO BE CONTINUED………