Question -: What is Electrical Fault ? Fault की Classification का वर्णन करे।
Hello दोस्तों इलेक्ट्रिक पावर सिस्टम मे fault या fault current का अर्थ होता है Abnormal current, मतलब की आसामान्य विद्युत प्रवाह। Fault को विद्युत खराबी भी कहा जा सकता है। Electric system मे fault एक प्रकार का Abnormal condition है जिसकी वजह से विद्युत उपकरण ख़राब ( Damage) हो जाते है और यह इलेक्ट्रिक current के सामान्य प्रवाह को disturb करता है। अब बात यह आता है की fault क्यों उत्पन्न होता है। Fault उत्पन्न होने के कुछ कारण निम्न है।
Three phase अथवा single phase system मे निम्न कारणों से उतपन्न होता सकता है।

What is Electrical Fault
“Fault ( प्रदोष ) को इस प्रकार से परिभाषित किया जा सकता है।
किसी पॉवर सिस्टम मे किसी undesired cause operation को direct या Indirect प्रभावित करती है। Fault कहलाती है।“
Classification of Faults
Fault दो प्रकार के होते है।
Mechanical Fault
किसी पावर सिस्टम के जिन पार्ट्स मे करंट फ्लो नहीं होता है उनमे होने वाले टूट फूट, विकृति को Mechanical Fault कहते है। ये fault करंट को direct रूप से प्रभावित नहीं करते है, परन्तु बाद मे इलेक्ट्रिकल fault का कारण बनते है।
उदाहरण – Support का झुकना, cross आर्मी का तिरक्षा होना आदि।
Electrical Fault
विधुतीय उपकरण में उत्पन्न होने वाली ऐसी कमी जिसके वजह से प्रवाहित होने वाली विधुत धारा पूर्व से निर्धारित पथ से विचलित होकर किसी दुसरे पथ से प्रवाहित होने लगे या इसके परिमाण में अचानक ही बहुत बड़ा परिवर्तन हो जाए तब ऐसी कमी को Electrical Fault कहा जाता है। इसे दुसरे भाषा में ऐसे बोल सकते है की विधुत प्रणाली में उत्पन्न ऐसी असामान्य स्थिति जिसमे विधुत धारा का परिमाण अचानक बढ़ जाता है और विधुत प्रणाली में लगे विधुतीय उपकरण को नुकसान पहुचता है और नार्मल कंडीशन में प्रवाहित होने वाली विधुत धारा को डिस्टर्ब करता है इलेक्ट्रिकल फाल्ट कहलाता है। इसको इस प्रकार से परिभाषित कर सकते है
” किसी पॉवर सिस्टम मे उतपन्न होने वाले ऐसे fault जो पावर सिस्टम की Voltage, Current और frequency आदि इलेक्ट्रिकल quantities को Direct रूप से प्रभावित करते है।”
Electrical Fault दो प्रकार के होते है
Temporary Fault
ऐसे इलेक्ट्रिकल fault जो कुछ समय के लिए ही किसी पावर सिस्टम मे उत्पन्न होते है। और उसके बाद स्वयं ही समाप्त हो जाते है। Temporary fault कहे जाते है ये non stable fault होते है। इन्हे self clearing Fault भी कहा जाता है। ये निम्न वजह से उतपन्न होते है।
- पक्षियों के लाइनो से टकरा जाने के कारण
- आंधी तूफ़ान मे तेज हवाओ से लाइनो के आपस मे सम्पर्क मे आने के कारण
Permanent Fault
ऐसे फाल्ट जो स्वयं समाप्त नहीं होते इन्हें दूर करने के लिए पावर सिस्टम की रिपेयरिंग की जाती है। इन इलेक्ट्रिकल फॉल्ट को Permanent और Stable Fault कहते हैं इन्हें Non Self clearing fault भी कहते हैं। Permanent or non stable Fault दो प्रकार के होते है।
Symmetrical Fault
ऐसे इलेक्ट्रिकल फाल्ट जिनके होने पर पावर सिस्टम में सभी फेज में इलेक्ट्रिक करंट का मान सामान होता है Symmetrical Fault कहलाते हैं।
उदारहण –
- L-L-L Fault
- L-L-L-G Fault
Asymmetrical Fault
ऐसे इलेक्ट्रिकल fault जिनके होने पर पावर सिस्टम मे सभी phase मे इलेक्ट्रिक करंट का मान समान नहीं होता है Asymmetrical Fault कहलाता है। जैसे-
- L-G (Fault)
- L-L (Fault)
- L-L-L-G ( Fault)
अगले पोस्ट मे हम इन fault को विस्तार से देखेंगे।
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